वक्फ संशोधन बिल: जेपीसी बैठक समाप्त, सरकार के 14 संशोधन पारित; विपक्ष को झटका
Wakf Amendment Bill: JPC meeting ends, 14 amendments of the government passed; Shock to the opposition

Khas Haryana, Waqf Amendment Bill Passed: सोमवार को संसदीय समिति ने सत्तारूढ़ भाजपा-नेतृत्व वाले एनडीए सदस्यों द्वारा प्रस्तावित सभी 14 संशोधनों को मंजूरी दे दी। वहीं, विपक्षी सदस्यों द्वारा पेश किए गए हर बदलाव को अस्वीकार कर दिया गया। समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने कहा कि समिति द्वारा स्वीकृत संशोधन कानून को और प्रभावी बनाएंगे। हालांकि, विपक्षी सांसदों ने बैठक की कार्यवाही की आलोचना की और पाल पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को विकृत करने का आरोप लगाया।
वक्फ संशोधन बिल पर बनी जेपीसी बैठक आज समाप्त हो गई। संसदीय समिति ने सोमवार को सभी 14 प्रस्तावित संशोधनों को स्वीकृति दी, जिन्हें सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए सदस्यों ने पेश किया था।
वहीं, विपक्षी सदस्यों द्वारा पेश किए गए सभी संशोधनों को अस्वीकार कर दिया गया। बैठक के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए जगदंबिका पाल ने कहा कि इन संशोधनों से कानून और प्रभावी बनेगा।
विपक्ष ने उठाए सवाल
हालांकि, विपक्षी सांसदों ने बैठक की कार्यवाही की आलोचना की और पाल पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को "विकृत" करने का आरोप लगाया। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, "यह एक हास्यास्पद प्रक्रिया थी। हमारी बात नहीं सुनी गई। पाल ने तानाशाही तरीके से काम किया।"
इसके जवाब में जगदंबिका पाल ने सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि पूरी प्रक्रिया लोकतांत्रिक थी और बहुमत की राय को महत्त्व दिया गया। उन्होंने कहा, "आज खंड दर खंड बैठक हुई, जिसमें विपक्षी सदस्यों ने 44 खंडों पर संशोधन पेश किए। मैंने उनसे पूछा कि क्या वे संशोधन प्रस्तुत कर रहे हैं, और उन्होंने कहा कि वे करेंगे। इससे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए कुछ और बेहतर नहीं हो सकता।"
किए गए महत्वपूर्ण संशोधन
एक प्रमुख संशोधन में यह था कि मौजूदा वक्फ संपत्तियों पर 'उपयोगकर्ता द्वारा वक्फ' के आधार पर सवाल नहीं उठाए जा सकते, जैसा कि वर्तमान कानून में था।
जगदंबिका पाल ने बताया कि 14 खंडों में पेश किए गए संशोधनों को एनडीए सदस्यों ने मंजूरी दी। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्षी सदस्यों ने 44 खंडों में सैकड़ों संशोधन प्रस्तुत किए, जिनमें से सभी को वोट से हरा दिया गया।
बैठक में हंगामा
यह ध्यान देने योग्य है कि जेपीसी की बैठक में कई बार हंगामा हुआ। एक हालिया बैठक में जगदंबिका पाल ने टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी पर उन्हें गालियां देने का आरोप लगाया। इसके बाद, भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के प्रस्ताव पर 10 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर दिया गया था। पिछले साल 22 अक्टूबर को भी बैठक के दौरान कई नेताओं के बीच संघर्ष हुआ था।
झड़प के दौरान कल्याण बनर्जी ने पानी की कांच की बोतल उठाकर मेज पर मारी, जिससे वह खुद चोटिल हो गए।